Tantra Nivaran Shabar Mantra | तंत्र बाधा निवारण साधना

Tantra Nivaran Shabar Mantra - तंत्र बाधा निवारण साधना

📅 Sep 12th, 2021

By Vishesh Narayan

Summary Tantra Nivaran Shabar Mantra is a sadhana to remove the Tantrik Prayogs. The mantra sadhana eliminates any kind of Tantra Badha in the life of the sadhak. Further, the mantra can also be used to cure another infected person.


Tantra Nivaran Shabar Mantra is a sadhana to remove the Tantrik Prayogs. Tantrik prayogs are not easy to perform but nowadays corrupt people and charlatans have become Tantriks.

These people don’t have the capability to do good and guide the people but just to fill their coffers they perform Tantrik Prayog on other innocent people.

As a result, the entire family of the affected person is destroyed slowly. The person or family faces the loss of wealth, health, and peace.

Termination of services, break-up in the family, and even premature death are some of the signs of Tantrik Prayog. The mantra sadhana eliminates any kind of Tantra Badha in the life of the sadhak. Further, the mantra can also be used to cure another infected person.

Tantra Nivaran Shabar Mantra

सर्व-शाबर मंत्रसिद्धी एवं तंत्र बाधा निवारण साधना

शाबर मंत्र कलियुग में कल्पतरु के समक्ष हैं | इनसे तीव्र फल कोई भी मन्त्र साधना प्रदान नहीं कर सकती |

यह शाबर मंत्र अपने आप में ही एक अद्वित्या मंत्र है जो किसी भी प्रकार के काले जादू, बुरी नज़र, भूत- प्रेत और तंत्र बाधा को शीघ्र समाप्त करने की क्षमता रखता है |

प्रत्येक शाबर मंत्र के जाप से पूर्व निम्न प्रकार की विधि करे तो अवश्य ही सफलता मिलती है |

यह विधि करने से नवनाथ भगवान का विशेष कृपा प्राप्त होता है और मंत्र सिद्ध हो जाते है |

  1. सर्वार्थ साधक मंत्र गुरू मंत्र के तरह ही कल्पवृक्ष है जो किसी भी शाबर मंत्र मे सफलता देने हेतु साहाय्यक माना जाता है |

सर्वार्थ साधक मंत्र की 21 बार जप करे,

                     मंत्र-

|| गुरु सठ गुरु सठ गुरु है वीर, गुरु साहब सुमरौ बड़ी भांत,सिङ्गि टोरों बन कहौं,मन नाऊ करतार सकल गुरु की हर भजे, घट्टा पाकर उठ जाग चेत सम्भार श्री परम हंस ||

  1. इस के बाद देह रक्षा की मंत्र 11बार पढे ताकी आपको किसी भी शक्ती से कोई हानी ना हो.

            देह रक्षा मंत्र-

    ||जीवन मरण है तेरो हात ,भैरो वीर तू हो
    जा मेरे साथ,रखियो वीर तुम भक्त की लाज , बिगाड़ न पावे कोई मेरो काज,दुहाई लूना चमारिन की दुहाई
    कामख्या माई की दुहाई गौरा पार्वती की चौरासी सिद्धो को आदेश आदेश आदेश ||

  2. इस के बाद आसन कीलन मंत्र का जाप 11 बार करे और आसन का पुजन करे|
    आसन कीलन मंत्र-
    ||धरती किलूं पाताल किलूं , किलूं सातो आसमान , चौरासी सिद्धों के आदेश से आसन किलूं ना हो अपमान,
    लूना चमारिन की आन है गुरु गोरख की यह शान है||

इस के बाद एक लोहे का किल लेकर अपने चारो और गोल घेर बना ले जिससे आपका सुरक्षा होगा |

  1. घेरा मंत्र-
    ||जो घेड़ा तोड़ घर मह घुसे ;रक्त काली उसका रक्त चुसे,दुहाई माँ कामख्या की,दुहाई माँ कामख्या की, दुहाई माँ कामख्या की||

इस के बाद दशो दिशाओं को बांध दे ताकी साधना मे कोई बाधा उत्पन्न ना हो और इसके लिये मंत्र बोलते हुए
अष्टगंध से मिश्रित चावल को दसो दिशा मे एक-एक बार मंत्र बोलते हुए छिडकना है |

  1. दिशा बांधने का मंत्र-
    ||ॐ वज्र क्रोधाय महा दन्ताय दश दिशों बंध बंध हुं फट स्वाहा||

अब एक आसन बिछा के उसके उपर एक बाजोट रखे और बाजोट के ऊपर एक थाली की ऊपर नौ पान की पत्ते और पत्ते की उपर नौ दीपक,बिच में एक गोल पात्र जिसमे धुनी जलाया जा सके ठीक वैसा ही करना है. पान के पत्ते पे एक एक सुपारी लौंग, इलाइची,पतासे और एक रूपया का सिक्का रखे दे,दीपक में घी या मीठा तेल डाल कर धूप बत्ती लगा के रखे बीच में धुनी जलादे और धुनी जलाते वक्त यह मंत्र पढे.

  1. धुनी मंत्र-
    || धुनी धरे-धुआं करे,,तोह नव नाथ पधारे जो नाथ ना पधारे तोह शिव की जटा टूट भूमि में पड़े अदेश आदेश नव नाथों को आदेश ||

  2. अब नौ दीपक को एक एक श्लोक पढ़ते हुए एक एक कर जलाये-

श्लोक 1.
आदिनाथ आकाश सम,सूक्ष्म रूप ॐकार तिन लोक में हो रहा,अपनी जय जय कार

श्लोक 2.
उदय नाथ तुम पार्वती,प्राण नाथ भी आप धरती रूप सु जानिए मिटे त्रिबिध भव ताप

श्लोक 3.
सत्य नाथ है सृष्टि पति,जिनका है जल रूप,नमन करत है आपको स चराचर के भूप

श्लोक 4.
विष्णु तो संतोष नाथ खांड़ा खड़ग स्वरूप राज सम दिव्य तेज है तिन लोक का भूप

श्लोक 5 .
शेष रूप है आपका ,अचल अचम्भे नाथ आदि नाथ के आप प्रिय सदा रहे उन साथ

श्लोक 6.
गज-वली गज के रूप है .गण पति कन्थभ नाथ,देवो में है अग्र तम सब ही जोड़े हाथ

श्लोक 7.
ज्ञान पारखी सिद्ध है ,चन्द्र चौरंगी नाथ,जिनका वन-पति रूप है उन्हें नामाऊ माथ

श्लोक 8.
माया रूपी आप है,दादा मछ्न्द्र नाथ,रखूं चरण में आपके ,करो कृपा मम माथ

श्लोक 9.
शिव गोरक्ष शिव रूप है,घट-घट जिनका वास ,ज्योति रूप में आपने किया योग प्रकाश

अब आप धुनी और दीपकों को जला चुके
है.अब् नव नाथ स्वरुप का ध्यान करके आशीर्वाद प्राप्त करे.

  1. नवनाथ ध्यान मंत्र-

|| अदि नाथ सदा शिव है जिनका आकाश रूप,उदय नाथ पार्वती पृथ्वी रूप जानिए,सत्य नाथ ब्रह्मा जी जल रूप जानिए,विष्णु संतोष नाथ तिनका रूप मानिये,अचल है अचम्भे नाथ जिनका है शेष रूप,गजवली क्न्थभ नाथ हस्ती रूप मानिये,ज्ञान पारखी जो सिद्ध है वोह चौरंगी नाथ,अठार भर वनस्पति चन्द्र रूप जानिए,दादा गुरु श्री मछन्द्र नाथ जिनका है माया रूप,गुरु श्री गोरक्ष नाथ ज्योति रूप जानिए,बाल है त्रिलोक नव-नाथ को नमन करूँ,नाथ जी ये बाल को अपना ही जानिए ||

अब एक अद्वितीय तंत्र,मंत्र,यंत्र,जन्त्र, बंधन दोष एवं सर्व बाधा निवारण मंत्र दे रहा हु-

  1. अभिचार-कर्म नाशक मंत्र-
    Shabar Mantra To Remove Black Magic and Tantra

    राम नाम लेकर हनुमान चले,कहा चले चौकी बिठाने चले, चौकी बिठाके रात की विद्या दिन की विद्या चारो प्रहर की विद्या काटे हनुमान जती, मंत्र बाँध तंत्र बाँध जन्त्र बाँध रगड के बाँध, मेरी आण मेरे गुरू की आण,छु वाचापुरी ll

How To Chant Shabar Mantra To Remove Black Magic and Tantra

  • मंत्र का रोज मंगलवार से 108 बार जाप 21 दिन करना है |
  • शाबर मंत्रो मे बाकी नियम नही होते है.मंत्र सिद्ध होगा किसी बभुत पर मंत्र को 11 बार पढकर 3 फुंक लगाये |
  • अब बभुत को जिसपर तंत्र बाधा हो उसके माथे पर लगा दे तो पीडित के कष्ट दुर हो जायेगा |
  • इस मंत्र से चौकी भी लगता है,बाधा भी कटता है और बंधन भी लगाया जाता है |
  • यह हनुमत मंत्र गुरूमुख से प्राप्त हुआ है |
  • इस मंत्र से झाडा भी लगा सकते है और पानी मे पढकर भी दिया जा सकता है |

LATEST POSTS


POPULAR POSTS


YOUTUBE POSTS


Shabar Deh Raksha Mantra


REVERSE BLACK MAGIC CHANDI SHABAR MANTRA


SHABAR VASHIKARAN MANTRA


Shabar Kali Mantra


NewsLetter

New articles, upcoming events, showcase… stay in the loop!