How to Practice Kamdev Beej Mantra is a mantra sadhana to accomplish magnetism and Aura. Kamdev is the God of desire, attraction, and sexual energies. The Kamdev enhances the masculinity power in men.
The Kamdev mantra helps in greater magnetism and aura all around. Sexual energy is not the energy of a particular organ but the divine energy of the whole body.
The Kamdev beej mantra helps to obtain higher sexual energies along with more attraction and magnetism. The Kamdev Beej mantra can be practiced by any gender.
How To Practice the Kamdev Beej Mantra
This Kamdev beej mantra is used for higher energy levels, youthfulness and magnetism. The mantra helps to remove procrastination and boredom from life. The Kamdev Beej mantra brings spring back into life.
The siddhi of Kamdev Beej mantra can be attained by chanting 3 lakh of this mantra. The ten percent of Homa, tarpan, and Marjan should be performed afterward.
It is believed that after chanting the 3 lakh Kamdev beej mantra if 10 percent of Homa is performed with Palash flowers and honey, the sadhak becomes the Kamadeva itself. He attracts abundance and springs of joy in his life.
One who performs 10 percent Homa of this mantra with curd and flowers wins the world. The mantra has the ability to provide a wonderful bride to the seeker. The mantrik attracts good fortune, radiance, glory, woman, son, and prosperity.
इसके पुरश्चरण में मंत्र के तीन लाख जप का विधान है। जप के दशांश का होम, तर्पण, मार्जन और ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए। इससे मंत्र सिद्ध होता है और साधक सिद्ध मंत्र से अपने प्रयोगों को सिद्ध करता है।
ऐसी मान्यता है कि मंत्र का तीन लाख जप करने के बाद इसके दशाश का होम मधुरत्रय से मिश्रित पलाश के फूलों से करना चाहिए। कामदेव का सुवासित पुष्पादि से भजन करने वाले को सौभाग्य की उपलब्धि होती है और वह लक्ष्मी सिद्ध कर धनेश्वर को भी जीत लेता है।
दही मिश्रित अशोक के फूलों से तीन दिन तक होम करने और मंत्र का एक हजार एक जप करने वाला जगतप्रिय होता है। साधक को पवित्र अग्नि में गोघृत से मंत्र को एक सौ आठ होम भी करने चाहिए।
वनिता यदि पति को घी युक्त भोजन कराए तो वह जो आदेश देगी, पति वही करेगा। यदि कन्यार्थी मंडल के अंदर दही मिश्रित धान के लावे से होम करे तो उसे अभीष्ट कन्या की प्राप्ति होती है।
इसी विधि से कन्या भी इच्छित पति की प्राप्ति कर सकती है। यही कामदेव की सांगोपांग पूजा है। इससे सौभाग्य, कांति, विभव, स्त्री, पुत्र और समृद्धि की उपलब्धि होती है।
विनियोग
ॐ कामबीजमन्त्रस्य सम्मोहन ऋषिः। गायत्री छन्दः। सर्वसम्मोहनमकरध्वजो देवता। सर्वसम्मोहने विनियोगः।
ऋष्यादिन्यास
ॐ सम्मोहनऋषये नमः शिरसि ॥
गायत्रीछन्दसे नमः मुखे॥
सर्वसम्मोहनमकरध्वजदेवतायै नमः हृदि।
विनियोगाय नमः सर्वाङ्गे॥
करन्यास
ॐ क्लां अंगुष्ठाभ्यां नमः॥
ॐ क्लीं तर्जनीभ्यां नमः ॥
ॐ क्लूं मध्यमाभ्यां नमः॥
ॐ क्लूं अनामिकाभ्यां नमः॥
ॐ क्लौं कनिष्ठिकाभ्यां नमः ॥
ॐ क्लः करतलकरपृष्ठाभ्यां नमः ॥
हृदयादिषडंगन्यास
ॐ क्लां हृदयाय नमः ॥
ॐ क्लीं शिरसे स्वाहा॥
ॐ क्लीं शिखायै वषट् ॥
ॐ क्लैं कवचाय हुम्॥
ॐ क्लौं नेत्रत्रयाय वौषट् ॥
ॐ क्ल: अस्त्राय फट्॥
इन मंत्रों से विधिपूर्वक न्यास करना चाहिए।
ध्यान
जपारुणं रक्तविभूषणाढ्यं मीनध्वजं चारुकृताङगरागम्।
कराम्बुजैरंकुशमिक्षुचापपुष्पास्त्रपाशौ दद्यतं भजामि॥
इस मंत्र से ध्यान करना चाहिए।
Beej Mantra
कामदेव बीज़ मन्त्र
“क्लीं”
‘Kleem’
Kamdev Gayatri Mantra
‘om kaamadevaay vidmahe pushpabaanaay dheemahi . tannon anangah prachodayaat ‘
Kamdev Gayatri Mantra in Hindi
“ॐ कामदेवाय विद्महे पुष्पबाणाय धीमहि । तन्नोनङ्गः प्रचोदयात् ।”
यह कामगायत्री का मंत्र है। इसका एक सौ आठ जप करने से मांत्रिक जगत को मोह लेता है।