Trilokya Mohan Gauri Mantra is an immensely robust mantra to lure the whole world. The Mohan mantra is especially utilized by celebrities to be recognized in the entire world. The Gauri mantra simply brings success and fame.
The Vashikaran mantra can bus used to win the elections and to be an idol in this competitive world. The mantra can be used to excel in the Cine world. A business person can use this mantra effectively to excel in enterprise and to boost the venture.
The mantra brings extreme popularity to the seeker. The Gauri mantra assists in promotion and salary hikes. The mantra influences the people and deities of the three worlds.
Any person can gain publicity by chanting this powerful Gauri mantra.
Trilokya Mohan Gauri Mantra
"hreem namah brahmashree rajite raajapoojite jayavijay gauree gaandhaaree tribhuvanavashankaree,
sarvalokaavashankaree sarvastreepurushavashankaree su su du du ghe ghe va va hreem svaaha"
'ह्रीं नमः ब्रह्मश्रीराजिते राजपूजिते जयविजये गौरि गान्धारि त्रिभुवनवशङ्करि,
सर्वलोकवशङ्करि सर्वस्त्रीपुरुषवशङ्करि सु सु दु दु घे घे वा वा ह्रीं स्वाहा' ॥
अब इसका विनियोग कहते हैं | इस मन्त्र के अज ऋषि हैं, निच्द गायत्री छन्द है, त्रैलोक्यमोहिनी गौरी देवता है, माया बीज है एवं स्वाहा शक्ति हैं ।
विनियोग
‘अस्य श्रीत्रैलोक्यमोहनगौरीमन्त्रस्य अजऋषिर्निचृद्गायत्री त्रैलोक्यमोहिनी गौरी देवता
हीं बीजं स्वाहा शक्ति ममाऽभीष्टसिद्ध्यर्थं जपे विनियोगः ।
षडङ्गन्यास
ह्रां ह्रीं नमो ब्रह्मश्रीराजिते राजपूजिते हृदयाय नमः,
ह्रीं षडङ्गन्यास जयविजये गौरिगान्धारि शिरसे स्वाहा,
हूँ त्रिभुवनवशङ्करि शिखायै वषट्,
हैं सर्वलोक वशङ्करि कवचाय हुं,
ह्रौं सर्व स्त्रीपुरुष नेत्रत्रयाय वशङ्करि वौषट्
हः सुसु दुदु घेघे वावा ह्रीं स्वाहा,
ह्रीं नमोः ब्रह्मश्रीराजिते राजपूजिते जयविजये गौरिगान्धारि त्रिभुवनवशङ्करि सर्वलोकवशङ्करि
सर्वस्त्री- पुरुष वशङ्करि सुसु दुदु घेघे वावा हीं स्वाहा, सर्वाङ्गिः ॥
अब उक्त मन्त्र का ध्यान कहते हैं।
ध्यान
गीर्वाणसङ्घार्चितपादपङ्कजा-
रुणप्रभाबालशशाङ्कशेखरा ।
रक्ताम्बरालेपनपुष्पञ्ङ् मुदे
सृणि सपाशं दधती शिवास्तु नः ॥
देव समूहों से अर्चित पाद कमलों वाली, अरुण वर्णा, मस्तक पर चन्द्र कला धारण किये हुये, लाल चन्दन, लाल वस्त्र एवं लाल पुष्पों से अलंकृत अपने दोनों हाथों में अंकुश एवं पाश लिए हुये शिवा ( गौरी ) हमारा कल्याण करें ॥
The Goddess who has the feet which are worshipped by the Gods and Demigods, Who has the complexion of Red color, the moon crescent on her head, decorated with red sandalwood, red cloth and red flowers in both his hands with coot and loop, provide us the blessings.
षडङ्गपूजा
ह्रीं ह्रीं नमो ब्रह्मश्रीराजिते राजपूजिते हृदयाय नमः,
ह्रीं जयविजये गौरि गान्धारि शिरसे स्वाहा,
हूँ त्रिभुवनवशङ्करि शिखायै वषट्,
हैं सर्वलोकवशङ्करि कवचाय हुम्,
ह्रौं सर्वस्त्रीपुरुषवशङ्करि नेत्रत्रयाय वौषट्,
हः सुसु दुदु घेघे वावा हीं स्वाहा अस्त्राय फट्,
How To Attain Siddhi of Trilokya Mohan Gauri Mantra
उक्त मन्त्र का दश हजार जप प्राण प्रतिष्ठित सम्मोहन माला से करे, तदनन्तर घृत मिश्रित पायस (खीर) से उसका दशांश होम करे, अन्त में श्रीगिरिजा का पूजन करे | साधक अपने समक्ष वशीकरण यन्त्र को रखे |
The siddhi of this Gauri mantra can be attained by chanting 10,000 chants of the said mantra with Energized Sammohan Mala. After chanting the said amount of mantra the seeker should perform a tenth of yagya with cowghee mixed kheer(mixture of rice and milk). Install the energized Vashikaran yantra in front.
इस प्रकार आराधना करने से देवी सुख एवं संपत्ति प्रदान करती हैं तिल मिश्रित तण्डुल ( चावल ), सुन्दर फल, त्रिमधु (घी, मधु, दूध) से मिश्रित लवण और मनोहर लालवर्ण के कमलों से जो व्यक्ति तीन दिन तक हवन करता है, उस व्यक्ति के ब्राह्मणादि सभी वर्ण एक महीने के भीतर वश में हो जाते हैं ॥
By worshiping in this way, the Goddess bestows happiness and wealt., Tandul (rice) mixed with sesame seeds, beautiful fruits, salt mixed with Trimadhu (ghee, honey, milk) and lotuses of beautiful red color, the person who performs Havan for three days, that person gets the ability to subdue the intelligent people within a month.
सूर्यमण्डल में विराजमान देवी के उक्त स्वरूप का ध्यान करते हुये जो व्यक्ति जप करता है अथवा १०८ आहुतियाँ प्रदान करता है वह व्यक्ति सारे जगत् को अपने वश में कर लेता है ॥
The person who chants or offers 108 oblations while meditating on the above form of the Goddess on any auspicious day, that person takes the whole world under his control.